शेयर बाजार में सेंसेक्स का मतलब क्या होता है जानकर आप उठा सकते हैं ये फायदे

शेयर बाजार में सेंसेक्स का मतलब क्या होता है यह प्रश्न आपके दिमाग में उस समय उठता होगा जब आपने शेयर बाजार को जानना और सीखना शुरू किया होगा। आपने संसेक्स और निफ्टी का नाम बहुत बार सुना होगा और यह भी सुना होगा कि, यह एक प्रकार के इंडेक्स है।

लेकिन क्या आप वास्तव में यह समझते हैं कि, सेंसेक्स का मतलब क्या होता है, यदि आपका जवाब हाँ में है तो आप शेयर बाजार से अच्छा लाभ कमा लेते होगें।

और यदि नहीं तो हम आपको बताते हैं कि, सेंसेक्स का मतलब क्या होता है।

सबसे पहले आपको समझना होगा कि, इंडेक्स क्या होता है। जब भी आप कोई किताब पढ़ते हैं तो शुरुआत में सबसे पहले आपको इंडेक्स अगर हिंदी में कहें तो विषय सूची आपको मिल जाता है।

अथवा आपके बचपन में जब आप किसी विषय की कॉपी लिखते होगें तो भी शुरुआत के पन्नों में आपको इंडेक्स बनाना पड़ता था।

सेंसेक्स का मतलब क्या होता है

यह इंडेक्स इसलिए बनाया जाता था जिससे हम तुरंत समझ जायें कौन सा पाठ किस पेज पर मिलेगा। इससे फायदा यह होता है कि, हमारा बहुत सारा समय बच जाता है।

इसी प्रकार से शेयर बाजार का भी इंडेक्स होता है।

सेंसेक्स का मतलब क्या होता है ?

भारत में मुख्य रूप से दो स्टॉक एक्सचेंज है जहाँ पर शेयरों की अदला बदली का लेखा जोखा रखा जाता है और कंपनियों की लिस्टिंग होती हैं।

1 – बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज
2 – नेशनल स्टॉक एक्सचेंज

इसमें बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज सबसे पुराना है जिसकी शुरुआत आज से 147 वर्ष पूर्व हुई थी।

इन दोनों का अपना-अपना इंडेक्स है।

बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स संसेक्स कहलाता है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स निफ्टी कहलाता है, वैसे तो बहुत सारे इंडेक्स होते हैं लेकिन मुख्य तौर पर संसेक्स और निफ्टी का देखा जाता है।

इस प्रकार से आप सेंसेक्स का मतलब क्या होता है इसको आप समझ सकते हैं।

कम शब्दों में बतायें तो सेंसेक्स , बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स है जिसमें 30 सबसे बड़ी कम्पनियां शामिल हैं और यह कंपनियां अलग-अलग सेक्टर की होती है।

सेंसेक्स का मतलब क्या होता है

इस इंडेक्स की शुरुआत 1 जनवरी 1986 से हुई थी और इनका मार्केट कैपिटल लगभग 276 लाख करोड़ का है। इसमें शामिल कुछ कंपनियों के नाम एशियन पेंट, मारुती सुजकी, NTPC, स्टेट बैंक आदि हैं।

सेंसेक्स “संवेदनशील सूचकांक” का संक्षिप्त नाम है, और इसकी गणना फ्री-फ्लोट बाजार पूंजीकरण का उपयोग करके की जाती है।

इसका मतलब यह है कि इंडेक्स वैल्यू फैक्टर शेयरों के बाजार पूंजीकरण पर आधारित है, जिसमें ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध शेयरों के अनुपात के लिए समायोजन किया गया है।

संसेक्स के लाभ

इस संसेक्स का सबसे बड़ा लाभ है कि, आप इसको देखकर पूरे शेयर बाजार का हाल समझ सकते हैं।

संसेक्स का सबसे ज्यादा उपयोग ट्रेडिंग में होता है इसके अलावा आप लम्बे समय के लिए निवेश कर रहे हैं तो अपना पोर्टफोलियो बनाने में इसकी मदद ले सकते हैं।

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इसके अलावा इसे समझ कर हम बाजार का भविष्य जान सकते हैं। अगर इंडेक्स ऊपर जाता है बाजार का भविष्य अच्छा है। और अगर संसेक्स नीचे जाता है तो भविष्य अच्छा नहीं है।

इस प्रकार से आप शेयर बाजार की रणनीति बना सकते हैं।

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