भारतीय जीवन बीमा निगम का इतिहास जानें अगर आप IPO के बारे में सोंच रहे हैं

भारतीय जीवन बीमा निगम का इतिहास जानना और समझना आपके लिए जरूरी है जब आप इसके IPO में पैसा लगाने के बारे में सोंच रहे हैं, जब तक आप इस कंपनी के इतिहास के बारे में नहीं समझेगें तब तक इस कंपनी का सही प्रकार से आंकलन करना संभव नहीं होगा।

भारतीय जीवन बीमा निगम का इतिहास ही इसके भविष्य का पथ-प्रदर्शक साबित होगा।

यदि आपने एलआईसी का IPO खरीदने की तैयारी कर ली है तो इस कंपनी के बारे में समझ लीजिये जिसका मालिकाना हक शेयर के तौर पर खरीदने वाले हैं।

भारतीय जीवन बीमा निगम का इतिहास

19 जून 1956 को भारत के संविधान के द्व्रारा लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन एक्ट को पास किया गया था।

इस समय देशी और विदेशी कंपनियों को मिलाकर लगभग 245 कम्पनियाँ कार्यरत थी, इन सब कंपनियों को मिलाकर 1 सितम्बर 1956 के दिन भारतीय जीवन बीमा निगम का जन्म हुआ।

भारतीय जीवन बीमा निगम का इतिहास

उस समय मुख्य रूप से lic टर्म इंश्योरेंस को ही बेचती थी और शुरुआती 10 वर्षों में ही LIC ने 200 करोड़ के बिजनेस को 1000 करोड़ में बदल दिया।

1985-86 में एलआईसी का बिजनेस 7 हजार करोड़ के पार पहुँच गया, आप इस प्रकार से अंदाजा लगा सकते हैं कि शुरुआती 30 वर्षों में एलआईसी की ग्रोथ 35 गुना हो चुकी थी।

भारतीय जीवन बीमा निगम का इतिहास और गहराई से बतायें तो 90 के दशक तक जीवन बीमा के क्षेत्र में lic का एक अकेला ही नाम था।

1999 में IRDAI की स्थापना हुई और इसी के साथ कई सारी प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनी ने भी जन्म लिया।

वर्तमान की बात करें तो आज जीवन बीमा के क्षेत्र में 23 प्राइवेट कंपनियां और एक सरकारी कंपनी lic ही है।

भारत सरकार जल्द ही lic का IPO लाने वाली है तब लोगों के मन में दो प्रश्न उठ रहे हैं।

1 – क्या LIC का IPO खरीदना फायदेमंद रहेगा ?

2 – LIC का IPO खरीदने के लिए कितने पैसे होने चाहिए ?

lic का ipo फायदेमंद होगा ?

भारतीय जीवन बीमा निगम का इतिहास बताता है कि, जबसे इसकी शुरुआत हुई है इसकी ग्रोथ बहुत तेजी से हुई है। भले ही कई प्राइवेट बीमा कंपनियों मैदान में इसके सामने खड़ी हों मगर lic को कोई भी टक्कर नहीं दे पाया है।

एक बात और आपके मन में आ रही होगी कि, कोविड के कारण इंश्योरेंस के क्षेत्र में मंदी आयी होगी लेकिन ऐसा नहीं है।

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कोविड का सबसे ज्यादा असर उन कंपनियों पर पड़ा है जो केवल हेल्थ इंश्योरेंस के क्षेत्र से जुड़ा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस है जिसका ipo उम्मीद से बहुत कम रहा है।

इसके पीछे दो वजह थी कि, यह यात्रा बीमा और स्वास्थ्य बीमा से जुडी कंपनी है और कोविड का असर सबसे ज्यादा इन्ही दोनों क्षेत्र पर पड़ा है।

जीवन बीमा पर ज्यादा असर देखने को नहीं मिला है इसलिए मेरा मानना है कि, इसके ipo में पैसा लगाना आपके लिए फायदेमंद रहेगा।

lic का ipo खरीदने के लिए कितना पैसा चाहिए

भारतीय जीवन बीमा निगम का इतिहास

यह एक आम आदमी का प्रश्न होता है कि शेयर या ipo खरीदने के लिए न्यूनतम कितना पैसा होना चाहिए ? इसलिए इसका टेक्निकल जवाब न देते हुए एक आम आदमी वाला जवाब दूँ तो जब इसका IPO आयेगा तब सही जानकारी होगी।

लेकिन इसकी प्रक्रिया मैं आपको जरूर बताना चाहूँगा कि, इसका IPO आएगा तो 3 से 4 दिन आपको पैसा लगाने के समय मिलेगा, वहाँ पर आपको पता चलेगा कि, न्यूनतम और अधिकतम कितना पैसा लगा सकते है।

इसके अलावा जितने पैसे की बोली आप लगा रहे हैं वह सिंगल शेयर आपको न मिलकर एक गुच्छे में शेयर मिलेगें जैसे कि आप केला खरीदने जाते हैं तो आपको 1 केला नहीं मिलता है यहाँ पर इसे गुच्छा नहीं कहते हैं इसे टेक्निकल टर्म में लॉट कहा जाता है।

अतः आपको IPO में एक सिंगल शेयर न खरीदकर पूरा लॉट ही खरीदना पड़ेगा इसलिए कोई पहले से नहीं बता सकता है कि, LIC का शेयर खरीदने के लिए आपके पास कितना पैसा होना चाहिए।

उम्मीद है कि, भारतीय जीवन बीमा निगम का इतिहास जानकर आप इसका सही प्रकार से आंकलन कर पायेगें।

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