बेटी लक्ष्मी का रूप होती है, लेकिन फिर भी बहुत सारे परिवार ऐसे हैं, जो बेटी के जन्म होने पर खुशी नहीं मनाते हैं। sukanya yojna in hindi
इसकी एक बहुत बड़ी वजह दहेज है, जो लेना गैर कानूनी है लेकिन यह समाज में इतना अन्दर तक व्याप्त है कि, इसको पूरी तरीके से समाप्त कर पाना अभी संभव नहीं है।
कई परिवार में दहेज की वजह से बेटी के जन्म लेने से पूर्व ही उसे मार दिया जाता था। इस सामाजिक बुराई को दूर करने के लिए भारत सरकार “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ” स्कीम लेकर आयी।
इसी स्कीम के तहत सरकार ने बेटी के शादी और पढ़ाई के लिए सुकन्या समृद्धि योजना को निरूपित किया है।

यह भारत सरकार द्वारा लाई गयी योजना है। जिसमें मुख्य रूप छोटी लडकियों के उज्जवल भविष्य को ध्यान में रखकर यह योजना बनाई गई हैं।
योग्यता (sukanya yojna in hindi)-
जब लड़की का जन्म हो, तब से 10 साल की उम्र के बीच में अभिभावक / पिता एक खाता खुलवा सकता हैं।
एक अभिभावक / पिता ज्यादा से ज्यादा अपनी दो लड़कियों के लिए ये खाता खुलवा सकता हैं। अगर लड़की जुड़वा हो तो इस केस में नियम में बदलाव संभव है।
खाता कहाँ खुलेगा?
यह खाता पोस्ट ऑफिस में खुलेगा। इसके अलावा कुछ बैंको में जिनको सरकार ने खाता खोलने की इजाजत दी हो। इस खाते को किसी भी शहर में ट्रान्सफर किया जा सकता हैं।
रिटर्न (sukanya yojna in hindi) –
इस प्लान में आपको 8.5% का रिटर्न मिलता हैं।
न्यूनतम और अधिकतम इन्वेस्टमेंट
आप कम से कम मात्र 250 रुपये से इसमें खाता खुलवा सकते हैं और धीरे- धीरे इसमें सौ के गुणांक में आप पैसे जमा कर सकते हैं।
एक वित्तीय वर्ष में आप अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा कर सकते हैं।
इस खाते में आपको हर वर्ष कम से कम 250 रुपये जरूर जमा करने हैं। अगर किसी वर्ष आप 250 रुपये जमा नहीं कर पाते है तो अगले वर्ष 50 रुपये फाइन लगेगा।
पैसा जमा करने का टर्म –
जब आपने खाता खुलवाया तब से लगाकर 14 वर्ष बाद आपकी maturity होगी।
उदाहरण(sukanya yojna in hindi) 1-
मान लीजिये की रमेश ने अपनी बेटी सीता जिसकी उम्र 5 वर्ष के लिए सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलवाया। तो 14 वर्ष बाद जब बेटी 19 वर्ष की हो जायेगी। तब तक, पैसा खाते में जमा करना हैं। आज से 21 वर्ष बाद बेटी 26 वर्ष की होगी तब maturity मिल जायेगी।
एक बात ध्यान देने वाली है जब आप 14 से 21 वर्ष के बीच पैसा नहीं जमा कर रहे होगें। तब भी आपको निर्धारित ब्याज मिलता रहेगा।
उदाहरण (sukanya yojna in hindi) 2 –
मान लीजिये सुरेश की बेटी 20 वर्ष की हो गई है और उसकी बेटी का खाता सुकन्या समृद्धि योजना में खुला है। अब सुरेश बेटी की शादी के लिए खाते से पैसा लेना चाहता है, तो सुरेश खाता बंद करा कर पूरा पैसा वापस ले सकता है।
जब बच्ची 10 साल की हो जाय तो उसे अपना खाता संभालने का अधिकार मिल जाता है।
लड़की की उम्र 18 वर्ष होने के बाद, अगर उसे आगे की पढ़ाई के लिए धन की जरूरत पड़ती है, तो वह जमा राशि का 50% पैसा निकाल सकती है।
इस प्लान में धारा 80 C के तहत आयकर में छूट मिलती है। इसके अलावा maturity पर मिलने वाला पैसा भी टैक्स रहित होगा। मतलब maturity पर मिलने वाली राशि पर आपको कोई भी टैक्स नहीं देना होगा।
योजना में लगने वाले कागजात
खाता खुलवाते समय बच्ची का जन्म सर्टिफिकेट लगता है। यह आयु प्रमाणित करने के लिए जरूरी होता है। इसके साथ ही अभिभावक का पहचान पत्र और पते का प्रूफ भी देना पड़ता है।
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दोस्तों, हमे आशा है कि आज की हमारी पोस्ट sukanya yojna in hindi आपको पसंद आयी होगी। अगर आपकी भी कोई छोटी बेटी हो तो इसमें खाता जरूर खुलवायें।