फैमिली पेंशन के नियम 2022 में कुछ बदलाव हुये हैं जो कि, वास्तव में तमाम परिवार को आर्थिक मदद प्रदान करने में सहायक होंगे। फैमिली पेंशन वह पेंशन होती है जो सरकारी कर्मचारी के परिवार को दी जाती है जब वह कर्मचारी दुनिया में नहीं होता है।
सीसीएस पेंशन रूल 1972 के रूल 54 में फैमिली पेंशन के नियम का उल्लेख किया गया है।
अब तक इसमें कई सारे बदलाव समय के अनुसार आते रहे हैं। फैमिली पेंशन के नियम 2022 के अप्रैल में सबसे नया बदलाव आया है उसके बारे में तो आप जानेगें साथ ही आपको कुछ बातें और पता चलेंगी जिससे इसकी समझ और भी बेहतर होगी।
फैमिली पेंशन के नियम 2022
अभी तक यह नियम था कि, जब कोई सरकारी कर्मचारी लापता हो जाता था, तो नियम के अनुसार 7 वर्ष के बाद ही उसे मृत माना जाता था।
इस प्रकार से यदि कोई सरकारी कर्मचारी लापता होता था तो उसके परिवार को पेंशन मिलना 7 साल के बाद ही शुरू होता था।
इतने समय तक कर्मचारी पर आश्रित सदस्य आर्थिक रूप से बदहाल हो जाते थे। लेकिन अब सरकार ने फैमिली पेंशन के नियम 2022 में बदलाव करते हुये इसे समाप्त कर दिया है।
अतः अब परिवार को पेंशन मिलना फौरन चालू हो जायेगा।

फैमिली पेंशन के अन्य बदलाव
फैमिली पेंशन के नियम 2022 के पहले भी कुछ बदलाव किये जा चुके हैं। इनमें से दो प्रमुख बदलाव की जानकारी आपको दी जा रही है।
पहला बदलाव यह है कि, सरकारी कर्मचारी पर आश्रित अविवाहित बेटी को पेंशन प्रदान किया जाता था। उसे तब तक पेंशन मिलता था जब तक वह 25 वर्ष न पूर्ण कर ले अथवा उसका विवाह न हो जाये।
25 वर्ष पूर्ण होने के बाद बेटी को मिलने वाली पेंशन बंद हो जाती थी। लेकिन सरकार ने इस नियम को बदल दिया है अब उसे 25 वर्ष के बाद भी पेंशन मिलना जारी रहेगा।
लेकिन विवाह होने या रोजगार मिलने के बाद पेंशन बंद हो जायेगी।
अधिक जानें : 7 वें वेतन आयोग के बाद पारिवारिक पेंशन के ये बदलाव जानना जरुरी है आपके लिए
एक अन्य बदलाव के तहत पेंशन की अधिकतम लिमिट को 125000 कर दिया गया है वहीं पर नॉर्मल रेट पर मिलने वाले पेंशन की अधिकतम लिमिट को 75000 रुपये महीना कर दिया गया है।
यदि फैमिली पेंशन के नियम 2022 में आगे अन्य कोई बदलाव आते हैं तो इसकी सबसे पहले जानकारी आपको सही कदम डॉट इन पर मिल जायेगी।