अपने मानसिक डर को कैसे दूर करें? जानिए सबसे पावरफुल तरीका

अपने मानसिक डर को कैसे दूर करें ! क्या कभी यह प्रश्न आपने खुद से पूँछा हैं ? वास्तव में यदि आपने पहले से इस पर विचार करना शुरू कर दिया है तो अपने भय को आप पहचान पाते होगें।

यदि आप अपने मन के डर को पहचानते हैं तो इसे दूर करना आपके लिए आसान रहेगा। लेकिन आप अपने डर को पहचान नहीं पाते हैं तो इसे दूर करने की प्रक्रिया थोड़ा लम्बी चलेगी।

मानसिक डर को कैसे दूर करें, इसका तरीका जानने से पहले मानसिक डर के बारे में समझ लीजिये।

डर के प्रकार

डर अथवा भय को दो प्रकार से विभाजित किया जा सकता है।

1 – नेचुरल फियर
2 – फोबिया

नेचुरल फियर

रामायण तथा अन्य ग्रंथों में इस बात की चर्चा हुई है कि, सभी जीवित प्रणियों में चार बेसिक चीजें जरूर मौजूद होती हैं। और यह प्रकृति की तरफ से सबको प्राप्त होती हैं चाहे कोई छोटा सा कीड़ा से या फिर चाँद तक पहुँच जाने वाला मानव हो !

ये चार चीजें हैं निद्रा, भंग, मैथुन और आहार, लेकिन मैं यहाँ पर केवल भय के बारे में आपसे चर्चा करूंगा।

हमारी प्रकृति की तरफ से हमें भय मिलता है जिसके कारण हम सुरक्षित रह पाते हैं। वास्तव में भय अथवा डर हमारे रिस्क को कम करता है।

इसे आप इस उदाहरण से समझ लीजिये कि, यदि आपको डर नहीं होगा तो आप अपनी गाड़ी को 150 किलोमीटर प्रति घंटा पर रोज चलायेगें जिससे दुर्घटना होने की संभावना कई गुना बढ़ जायेगी।

इसके अलावा यदि आप खुद को सुरक्षित रखने के लिए गाड़ी ही न चलायें तो यह फोबिया कहलायेगा।

फोबिया या सिंथेटिक फियर

मानसिक डर को कैसे दूर करें

यह डर आपका खुद का बनाया हुआ होता है और आप इसे इसलिए बनाते हैं क्योंकि आप ओवर थिकिंग करते हैं। ओवर थिंकिंग से मेरा मतलब है कि, आप एक काल्पनिक वातावरण अपनी दिमाग में तैयार करते हैं।

इस मानसिक माहौल में अपनी सेक्योरिटी और सुरक्षा को बढ़ाने के लिए आप एक नये डर को पैदा कर लेते हैं। मानसिक डर को कैसे दूर करें, यह प्रश्न उठता है तो हम इसी डर को दूर करने की बात करते हैं।

यह डर बहुत हानिकारक होता है क्योंकि या आपको जीवन में आग बढ़ने से तो रोकता है और साथ ही यह आपको मानसिक बीमारी की तरफ भी धकेलता है।

इस डर को उदाहरण से समझायें तो, अगर सीने में गैस के कारण दर्द हो तो उसे हार्ट अटैक मान लेना।

इसके अलावा बहुत लोगों में यह भी डर बना रहता है कि, कहीं हमारे परिवार या किसी प्रिय व्यक्ति की मृत्यु न हो जाये या किसी भी खुशी के मौके पर दुःख न आ जाये इसकी आशंका बन जाना।

इसी तरह के कई सारे भय आपके मन में पैदा हो सकते हैं, इस डर से आपको कैसे छुटकारा मिलेगा इसका तरीका आज आप जानेगें।

मानसिक डर को कैसे दूर करें?

वास्तव में मानसिक दर आपके अवचेतन मन में बैठा होता है। अगर आपसे कोई कहे कि डरना गलत है, इससे आपका नुकसान होता है तो भले ही आप उसकी हाँ में हाँ मिला दें।

केवल सोंचने और कहने से आपका डर नहीं दूर होगा बल्कि यह और मजबूत होगा।

अगर आप अपने मानसिक डर को दूर करना चाहते हैं तो आपको डर के साथ साक्षात्कार करना चाहिए। दूसरे शब्दों में कहें तो अपने डर को गौर सर देखना चाहिए और उसे पहचानने की कोशिश करनी चाहिए।

मान लीजिये कि, कोई एक कोयले का टुकड़ा जल रहा है तो उसकी ऊष्मा एक या दो फुट की परिधि तक जायेगी। इसी प्रकार से मानसिक डर की भी परिधि आपके दिमाग के भीतर बनी है जो अपने अस्तित्व का अहसास दिलाती है लेकिन अपनी पहचान छुपा लेती है।

आपको केवल इतना ही करना है कि, आप उसी को पहचान कर उसे उजागर करना है।

आसान शब्दों में बतायें तो डर तभी पैदा होता है जब आप उसके विषय में सोंच रहे होते हैं। लेकिन ऐसा तो संभव नहीं है कि, आप अपनी सोंच को रोक दें।

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यदि आप इसका प्रयास करेगें तो वह और बढ़ता जायेगा तथा और अंदर मजबूत होगा। इसका कारण है उसे एक प्रकार ऊर्जा आप दे रहे होते हैं।

लेकिन जब आप अपने ही विचारों को ध्यान से देखना शुरू करेगें तो आप उससे डिअटैच हो जायेगें। आपके भीतर भय तक तक बना रहेगा जब तक आप उसे पहचान नहीं लेते हैं।

मानसिक डर दूर करने का प्रमाणिक तरीका

अपने मानसिक डर को कैसे दूर करें इसका प्रमाणिक तरीका हैं कि आप किसी एकांत कमरे में ध्यान की अवस्था में बैठ जाये। आप आती और जाती साँसों पर ध्यान दें।

अब जिस बात का भय आपको रहता है उसकी परिधि के भीतर घुसने का प्रयास करें। आपको अपने भय के केंद्र तक पहुंचना है और उसे पहचान कर एक नाम देना है।

कहने का मतलब है कि, आपको जान लेना है कि, आपके भीतर कौन सा डर छिपा है। इतना करने से ही आपका 95 प्रतिशत डर कम हो जायेगा।

अंत में और इतना कहना चाहूँगा कि ज्यादा सोचना बंद कीजिए और उस दुनिया से बाहर आये जो हकीकत में है ही नही।

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