अक्सर लोग ppf vs lic policy की तुलना करते हैं, आपके मन भी कभी आया होगा कि, इनमें से कौन बेहतर है और किसमें निवेश करना सही रहेगा।
जब भी हम इसका उत्तर ढूढ़ने जाते है तो, हमें ऐसा कोई जबाव नहीं मिलता जिससे हम किसी एक निर्णय पर पहुँच पायें। इसी समस्या को समझते हुये हम आपके लिए ये लेख लेकर आये है, जिसमें आपके बहुत से सवालों के जबाव मिल जायेगें।
दोस्तों, अच्छी फाइनेंशियल प्लानिंग के लिए हमें सुरक्षा और बचत दोनों को ध्यान में रखकर चलना पड़ता है।
परिवार की सुरक्षा हमेशा पहले आती है, क्योंकि अगर कोई अप्रिय घटना हो भी जाय तो परिवार के रहन-सहन में कोई फर्क नहीं आना चाहिए।
एक बार फाइनेशियल प्रोटक्शन अच्छा हो जाये तो, आप बच्चों की पढ़ाई – लिखाई शादी अपने रिटायरमेंट आदि के लिए सेविंग के बारे में सोच सकते है।
PPF –
PPF के बारे में ये एक बचत और टैक्स सेविंग स्कीम है। जिसे भारत सरकार चलाती है।
एक फाइनेंशियल ईयर में एक PPF एकाउंट में 500 रुपये और अधिकतम 1.50 लाख रुपये जमा हो सकते है।
PPF के बारे में अधिक जानें
इनकम टैक्स एक्ट सेक्शन 80C के तहत टैक्स मिलता है और maturity एमाउंट भी टैक्स फ्री होता है।
LIC –
LIC में जीवन बीमा होता है, जिसके लिए आप रेगुलर प्रीमियम देते है तथा आपका एक फीक्स एमाउंट जिसे हम बीमा धन बोलते है, उतने का रिस्क कवर होता है।
टर्म के अंदर अगर मृत्यु होने पर बीमा धन प्लस उस समय तक बोनस नॉमिनी को दे दिया जाता है।
अगर maturity होती है, तो बीमा धन प्लस(+) पूरे टर्म का बोनस का पेमेंट पालिसी धारक को कर दिया जाता है।
LIC भी भारत सरकार की संस्था है। इससे भी इनकम टैक्स 80C के तहत रिबेट प्राप्त होता है तथा maturity भी टैक्स फ्री है।
ppf vs lic policy तुलना कैसे करेगें ?

यहाँ हम LIC की सेविंग वाली पालिसी को PPF से तुलना(ppf vs lic policy) करते है।
किसी भी निवेश पीछे आपका क्या मकसद है तथा नुकसान होने पर आप कितनी क्षति झेल सकते है? इन सबको आपको ध्यान में रख कर चलना पड़ता है।
अगर हम पहला पॉइन्ट लेते है, तो निवेश करना दोनों में सुरक्षित है क्योंकि दोनों भारत सरकार से जुड़ी हैं।
अगर हम प्राप्ति की बात करें PPF में ब्याज दर लगभग 7.8 % जो सरकार द्वारा समय-समय चेंज होता रहता है।
वही पर LIC की परिपक्वता (maturity) 4.5 % से 7% के आस-पास रहता है तथा मृत्यु पर प्रीमियम का कई गुना पैसा मिलता है।

निवेश में लचकता ( ppf vs lic policy )
PPF में आप एक फाइनेंशियल वर्ष में 500 रुपये से 1.5 लाख रुपये तक इन्वेस्मेंट है।
वही LIC में आप नार्मली 200 रुपये 250 रुपये पर महीने से स्ट्रार्ट कर सकते है और अधिकतम प्रीमियम की सीमा नहीं है।
टर्म
PPF में टर्म अवधि 15 साल जो आगे 5 साल के आगे ब्लाक में 25 साल इंस्टेंट हो सकता है। LIC में आप नार्मली 5 साल से लेकर पूरे जीवन के लिए पालिसी ले सकते है।
एक व्यक्ति केवल एक ही PPF एकाउंट खुलवा सकते हैं जबकि LIC में, जितनी मर्जी हो उतने एकाउंट खुलवा सकते हैं।
LIC पालिसी की जो केश वैल्यू है इसको आप लोन जैसे कि, पर्सनल लोन हो, कार लोन हो, आदि लेने के लिए आप इसे गिरवी रख सकते है।
इसके लिए आपको अपनी पालिसी बैंक या जिस भी इंस्टिट्यूट से आप लोन ले रहे है उसको सौंपनी पड़ेगी।
आप PPF में ऐसा नहीं कर सकते हैं। ppf vs lic policy में यह एक बड़ा अंतर है।
टैक्स सेविंग (ppf vs lic policy)
अब हम बात करेगें, टैक्स सेविंग की PPF और LIC दोनों में इनकम टैक्स एक्ट 80C का रिबेट है। जिसकी लिमिट 1.5 लाख पर साल है।
PPF और LIC की maturity भी टैक्स फ्री है। बशर्ते LIC पालिसी में जो सालाना प्रीमियम आप जमा कर रहे है, तो बीमाधन यानी जितने एमाउंट की पालिसी है उससे 10% से कम होनी चाहिए। अर्थात अगर आपने एक लाख का बीमा लिया है तो सालाना प्रीमियम दस हज़ार से कम होना चाहिए।
Convenience / फ्रीडम फ्रॉम केयर
अगर हम PPF की बात करें तो, पोस्ट ऑफिस या किसी भी निर्धारित बैंक में खुलेगा।
PPF में एक दिक्कत ये भी होती है कि, इसमें कोई रिमाइंडर या कोई नोटिस आपके पास नहीं आती है।
वहीं अगर हम LIC की बात करें तो LIC में आपको रेगुलर रिमांडर मिलता रहता है।
रिमाइंडर आपको ऐजेंट के द्वारा मिलता है। आपको वाया पोस्ट, वाया एसमएस, मेल आपको रिमांडर मिलता रहता है।
मृत्यु लाभ (ppf vs lic policy)
अगर हम मृत्यु लाभ की बात करें तो मृत्यु पर क्या लाभ मिल सकता है। अगर हम PPF में बात करें तो PPF जो पैसा मृत्यु तक जमा किया गया है, उसमे ब्याज जोड़कर नॉमिनी को मिल जाता है।
LIC की बात करें तो LIC में मृत्यु पर बीमा धन प्लस बोनस नॉमिनी को मिल जाता है। यानी मृत्यु लाभ LIC में बेहतर है।
परिपक्वता लाभ ppf vs lic policy
ppf vs lic policy की तुलना करें तो, रिटर्न के मामले में PPF बेहतर है, कैसे ? आइये उदाहरण के द्वारा समझते है।

अगर कोई 30 साल का व्यक्ति 15 साल बाद ठीक-ठाक maturity चाहता है, तो PPF में अगर वो 1 लाख रुपये पर साल 15 साल तक जमा करे तो उस व्यक्ति को 15 साल बाद आज के रेट ऑफ ब्याज यानी कि 7.9% के हिसाब से 29 लाख रुपये मिलेगा।
इसमें कोई बीमा नहीं है। यानी अगर 15 साल से पहले रकम में ब्याज एड करके 15 साल बाद उसके नॉमिनी को वापस मिल जाता है।
अब LIC को देखते हैं। LIC का एक प्लान लेते है। जीवन लाभ अगर 30 साल व्यक्ति 10 साल प्रीमियम देकर 16 साल बाद maturity लेता है, तो इन केश में 10 साल तक 1.5 लाख रुपये पर साल देना होगा तथा नार्मल बीमा और 36 लाख तक एक्सीडेंटल बीमा होगा।
अब हम देखेगें कि, जो 16 साल बाद करीब 31 लाख रुपये पूरा मिलेगा और टोटल 15,39,000 रुपये जमा होगें। अगर बीच में पालिसी धारक की अगर नार्मल मृत्यु हो गयी तो भी 18 लाख रुपये न्यूनतम मिलेगा और 18 लाख से लेकर 31 लाख अधिकतम मृत्यु लाभ नॉमिनी को मिल जायेगा।
मुख्य बात ये है कि, सभी लोग PPF और LIC से मिलने वाले रिटर्न चेक करके अपने भविष्य को दिमाग में रखते हुए ही अपने पैसे को इन्वेस्ट करें।
पहला हमारे लिए सुरक्षा दूसरा हमारा लिए सेविंग है।