म्यूचुअल फंड सही है या गलत, यह आपको अभी जानकारी हो जायेगी, लेकिन सबसे पहले आपको कुछ जरूरी बातें समझनी होगी जैसे म्यूचुअल फंड क्या होता है? इसके अलावा म्यूचुअल फंड लेना हमारे लिए कितना रिस्की हो सकता है और हमें किस फंड में निवेश करना चाहिए आदि।
इसके बाद ही हम इस बात का सही-सही निर्णय ले पायेगें कि, म्यूचुअल फंड सही है या गलत !
म्यूचुअल फंड क्या है ?
म्यूचुअल फंड निवेश करने का तरीका है जिसमें स्पर्ट अलग-अलग फंड में पैसा लगाते हैं।
बहुत आसान भाषा में कहें तो हर व्यक्ति के पास इतना फाइनेंशियल नॉलेज नहीं होता है कि, हर कोई बाजार में ठीक प्रकार से निवेश कर पाये। इसलिए वित्तीय कंपनियां म्यूचुअल फंड लाती हैं जिससे हर कोई अप्रत्यक्ष रूप से बाजार में निवेश कर पाता है।
इसमें एक फंड मैनेजर होता है जो कि, यह निर्णय लेता है कि, कितना पैसा किस फंड में लगेगा।

म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते है ?
म्यूचुअल फंड 4 प्रकार के होते है।
1 – इक्विटी फंड
2 – डेब्ट फंड
3 – बैलेंस फंड
4 – गिल्ट फंड
इसमें इक्विटी फंड में सबसे ज्यादा रिस्क होता है और गिल्ट फंड में सबसे कम रिस्क होता है।
म्यूचुअल फंड सही है या गलत
यह प्रश्न कि, म्यूचुअल फंड सही है या गलत इसका उत्तर इस पर टिका है कि, आपने निवेश के लिए कौन सी कंपनी को चुना है और उसमें कितना समझदार फंड मैनेजर है।
फंड मैनेजर का एक गलत फैसला आपका पैसा डुबा सकता है और एक अच्छा फैसला आपको सबसे अच्छा रिटर्न भी दिला सकता है।
अधिक जानें : म्यूचुअल फंड क्या है और कौन सा फंड बेस्ट है?
इसलिए इसका उत्तर कि म्यूचुअल फंड सही है या गलत यह आपके विवेक पर ही निर्भर करता है। मुझे इसकी सबसे अच्छी बात लगी कि आप बहुत आसानी से अपनी कम्पनी को बदल सकते हैं।