emi नहीं चुकाने पर क्या होता है यह बात आप जान लीजिए अगर आपको भी मंथली लोन की किस्त बैंक में भरनी पड़ती है। किसी महीने अगर आप समय से अपनी किस्त ना भर पाए तो क्या होगा?
क्या बैंक वाले आपको परेशान करने के लिए वसूली एजेंट को तुरन्त आपके घर भेज देंगे या आपको कुछ समय देंगे, इन सब बातों की जानकारी आज आपको मिलेगी।
वास्तव में EMI कई प्रकार की हो सकती है जैसे होम लोन EMI, बाइक लोन EMI, पर्सनल लोन emi आदि। लेकिन इन सबका रेगुलेशन RBI के बनाये गये नियम पर होता है।
चाहे आप किसी भी बैंक से लोन लें यह किसी अन्य वित्तीय संस्था से, सभी RBI के एक्ट के दायरे में आयेगें और यदि इससे संबन्धित कोई केस दर्ज होता है तो कर्जदार पर दीवानी मुकदमा चलता है। यहाँ पर मैं स्पष्ट करना चाहूँगा कि, EMI नहीं चुकाने पर आपराधिक मुकदमा नहीं दर्ज होता है और इन केसों का निपटरा लोक अदालत में होता है।
emi नहीं चुकाने पर क्या होता है तथा बैंक कब तक आपके खिलाफ कार्यवाही नहीं करेगी, पहले इसे जान लेते हैं।
emi नहीं चुकाने पर क्या होता है ?

emi नहीं चुकाने पर बैंक का पहला कदम होगा कि, वह आपको फोन कॉल, ईमेल अथवा मोबाइल मैसेज के माध्यम से सम्पर्क करेगी और आपको एक डेड लाइन देगी।
डेड लाइन पूरी होने के बाद बैंक एक नोटिस भेजेगी तथा नोटिस मिलने के 60 दिन बाद तक लेनदार की तरफ से जवाब न मिला तो उस पर केस दर्ज हो सकता है।
समय सीमा के भीतर यदि EMI नहीं चुकायी गयी तो उसके लिए भी RBI ने निर्देश दिये हैं जहाँ पर कहा गया है कि, बैंक पहले नोटिस भेजे और उसके बाद रिकवरी एजेंट को भेजेगा।
emi नहीं चुकाने पर क्या होता है, क्या समय पर पैसे न चुकाने पर रिकवरी एजेंट आपको परेशान कर सकते हैं ?
तो इसका जवाब है नहीं !
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अगर RBI इस बात की मंजूरी देती है कि रिकवरी एजेंट को कर्जदार से वसूली करने के लिए भेजा जा सकता है तो उसके लिए कुछ कड़े नियम भी बनाये हैं। जो रिकवरी एजेंट को बाधित करती है कि वे लेनदार को मानसिक तौर पर परेशान ना करे और पैसे वसूलने के लिए गैर कानूनी तरीका ना अपनाये।
emi नहीं चुकाने पर क्या नुकसान होता है ?
अभी तक आप जान रहे थे कि, emi नहीं चुकाने पर क्या होता है और बैंक कौन सी प्रक्रिया अपनाती है। इसके साथ समय से लोन की किस्त न भरने के दुष्परिणाम भी आपको पता होने चाहिए।
1 – EMI नहीं चुकाने पर सबसे बड़ा नुकसान सिबिल स्कोर पर पड़ सकता है अगर आपके सिबिल स्कोर की रेटिंग 750 से कम हो गयी तो भविष्य में लोन मिलना मुश्किल होगा। अगर कहीं से लोन मिल जाता है तो उस पर ब्याज दर काफी अधिक होगा।
इसके अलावा यदि स्कोर 450 के आसपास पहुँचा तो भविष्य में लोन मिलने की संभावना शून्य हो जायेगी।
2 – emi नहीं चुकाने पर सबसे बड़ा नुकसान तब होता है जब आपने मार्गेज लोन लिया होता है।
मार्गेज लोन का मतलब है कि, आपने बैंक के पास कुछ गिरवी रख कर लोन लिया हैं। emi नहीं चुकाने पर कोर्ट के आदेश के बाद गिरवी रखी वस्तु की नीलामी की जा सकती है।
पर्सनल लोन के साथ इस प्रकार की समस्या नहीं आती इसलिए बैंक पैसा वसूलने के लिए सेटलमेंट कर लेती है।
3 – अगर EMI भरने में देरी होती है तो आपके सामने कई हिडेन चार्ज उजागर हो जाते हैं। कहने का मतलब कि, आपके EMI पर अतिरिक्त शुल्क लग जाता है जिससे आपको अधिक पैसा चुकाना पड़ता है।