चेक बाउंस का नया कानून जान लीजिये वरना उठाना पड़ सकता है भारी नुकसान

चेक बाउंस का नया कानून निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट की धारा 138 की ओर इशारा करता है। इसके बारे में आपको जानना आवश्यक है, यदि आप लेन-देन में कभी चेक का प्रयोग करते हैं।

2021 में ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने यह निर्देश दिया था कि, चेक जारी करने से पहले खाते में बैलेंस की जाँच कर लें। यदि पर्याप्त बैलेन्स खाते में न हुआ और आप चेक जारी करते है और वह बाउंस हो जाता है।

इस स्थित में चेक जारी करने वाले व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज किया जा सकता है।

चेक बाउंस का नया कानून आपको डराने के लिए नहीं बल्कि धोखाधड़ी को कम करने के लिए लाया गया है। अब आप इस कानून को बारीकी से समझ लीजिये।

चेक बाउंस का नया कानून

चेक बाउंस का नया कानून

चेक बाउंस होने के मुख्य रूप से 5 कारण हो सकते हैं।

1 – अपर्याप्त बैलेन्स / चेक की राशि से कम पैसे खाते में होना।
2 – चेक भरते समय ओवर राइटिंग कर देना।
3 – चेक को जारी करने की तिथि से 3 महीने से ज्यादा हो चुका हो।
4 – चेक में लिखे रुपये में शब्द और गिनती में फर्क होना।
5 – सिगनेचर / हस्ताक्षर का मैच न होना।

इन पाँच कारणों की वजह से आपका चेक बाउंस हो सकता है, लेकिन इनमें से पहली वजह यानी कि, अपर्याप्त बैलेन्स की वजह से अगर चेक बाउंस हुआ हो तब निगोशिएबल इंस्ट्रोमेंट्स एक्ट की धारा 138 लागू होती है।

RBI ने चेक बाउंस का नया कानून लाते हुए सुरक्षा लेयर को डबल कर दिया।

दूसरे शब्दों में कहें तो RBI ने नये कानून के तहत पॉजिटिव पे सिस्टम को लागू किया है। एक उदाहरण से हम बताते हैं कि, चेक बाउंस का नया कानून क्या कहता है और RBI के नये नियम से चेक बाउंस को कैसे कम किया जा सकता है।

मान लीजिये कि, रमेश एक बिजनेस मैन है। उसने सुरेश से 5 लाख का कोई सामान खरीदा और उसको पेमेंट करने के लिए 5 लाख का चेक दिया।

सुरेश ने चेक को बैंक में लगाया जहाँ पर चेक बाउंस हो गया। बाउंस होने का कारण था कि, रमेश के उस अकाउंट में 5 लाख से कम बैलेन्स मौजूद था।

अब नये नियम के तहत यदि चेक की राशि 50 हजार रुपये से अधिक है, तब चेक देने वाले व्यक्ति को चेक के आगे और पीछे (दोनों का तरफ) फोटो लेकर बैंक के ऐप पर अपलोड करना पड़ेगा।

अधिक जानें : बैंक में पैसा कितने दिन में डबल होता है – रूल 72 के मैजिक से जानें

वापस उदाहरण पर चलें तो चेक बाउंस का नया कानून आने के बाद, यदि रमेश चेक जारी करेगा तो उसे चेक का फोटो लेकर बैंक के ऐप पर अपलोड करना होगा। जब सुरेश बैंक में चेक लगायेगा तो पहले बैंक में अपलोड फोटो को चेक से मेल कराया जायेगा।

इससे फायदा यह होगा कि, इस बात का पता आसानी से चल जायेगा कि, चेक कहीं जाली तो नहीं है।

इसके अलावा दूसरा फायदा यह होगा कि, बैंक के पास एक प्रूफ रहेगा कि, चेक उसी व्यक्ति ने जारी किया है, इससे लोग जालसाजी करने से डरेंगे।

Leave a Comment